कोरोना वायरस की आशंका के चलते चीन से आए एमबीबीएस छात्र को आईसोलेशन वार्ड में किया भर्ती

 


कोरोना वायरस की आशंका के चलते चीन से आए एमबीबीएस छात्र को आईसोलेशन वार्ड में किया भर्ती


चीन समेत कई देशों में फैल रहे कोरोना वायरस (वुहान स्टैन) को लेकर डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी अलर्ट को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। 28 जनवरी को चीन से वतन लौटे एक एमबीबीएस छात्र को आठ दिन बाद पीजीआईएमएस रोहतक के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की टीम ने चीन से आए डॉक्टर के कोरोना वायरस से ग्रस्त होने की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन लक्षणों को देखते हुए सैंपल ले लिए हैं और इन्हें जांच के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। इससे पहले एक युवती समेत पांच लोगों को 28 दिन के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग उनको घरों में ही आइसोलेट कर चुका है।


 

पीजीआईएमएस के आइसोलेशन वार्ड में बुधवार को कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध दाखिल किया गया है। बताया जा रहा है कि जनता कॉलोनी निवासी युवक तबीयत खराब होने के चलते सामान्य ओपीडी में अपनी जांच करवाने आया था। जब युवक से डॉक्टर ने उसकी केस हिस्ट्री के बारे में पूछा तो पता चला कि वह चीन से अन्य देश गया और वहां से भारत लौटा। 28 जनवरी से वह देश में है और सार्वजनिक स्थानों पर आवागमन कर रहा है। पीजीआईएमएस आए युवक को पीसीसीएम विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मंजूनाथ ने जांच की और सैंपल लिया है। युवक को बुखार, सिर दर्द और शरीर में दर्द की शिकायत है। गौरतलब है कि संस्थान के मेडिसन विभाग की ओपीडी में तैनात डॉक्टरों को गाइडलाइन जारी की गई है कि वह जुकाम, बुखार, खांसी व सांस से संबंधित समस्या वाले मरीजों से उसकी हिस्ट्री पूछे। जोे भी चीन या प्रभावित देश से आया हो उसकी जांच होनी चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग की आफत : आइसोलेशन में रह रहे लोग कर रहे फोन बंद
चीन व प्रभावित देशों के संपर्क में रहने वाले लोगों के देश में आगमन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की आफत शुरू हो गई है। इसमें सबसे बड़ी वजह इनकी जानकारी छिपाना हैं। दूसरा जिन लोगों को विभाग ने उनके घरों में 28 दिन के लिए आइसोलेट किया है, वह अपने फोन बंद कर रहे हैं। ऐसे में सुबह-सायं ली जाने वाली जानकारी विभाग को समय पर नहीं मिल पा रही है। स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में जिला प्रशासन से मदद लेने की तैयारी में है।
स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती
- आशंकित व्यक्ति अपनी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को समय पर नहीं दे रहे
- स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए सख्त नियम नहीं
- एयरपोर्ट अथॉरिटी व्यक्ति का नंबर जारी करती है जो बंद मिलता है
- पंचकूला से आने वाली डिटेल के आधार पर किसी को तलाशना बना मुसीबत
- पुलिस प्रशासन की मदद के बिना किसी को घर में आइसोलेट करना मुश्किल
चीन से आने वाले घबराए नहीं, जांच करवाएं : बिरला
सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने कोरोना वायरस को लेकर चीन से आने वाले लोगों से अपील की है कि वह घबराने की बजाए सावधानी रखें व उपचार करवाएं। यह वायरस चीन के वुहान क्षेत्र में मिला है और कई देशों में फैल रहा है। चीन में रहे लोगों के इससे प्रभावित होने की अधिक आशंका है।
कोरोना वायरस के लक्षण
- खांसी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ
बचाव के उपाय
- हेल्प लाइन नंबर अथवा नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपनी जांच कराएं व उपचार लें
- लक्षण पाये जाने वाले व्यक्ति, यात्री मास्क का प्रयोग करें तथा परिवार एवं लोगों से दूरी बनाये रखें
- घर से बाहर घूमने ना जाएं, खांसते छींकते समय टिश्यू पेपर या रूमाल का प्रयोग करें
- खुद उपचार न करें
इन नंबरों पर करें संपर्क
- राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046, राज्य हेल्पलाइन नंबर 85588-93911 या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें